डिजाइनर दाढ़ी रखने पर लगेगा 51 हजार का जुर्माना, इस वर्ग के लोगों ने लिए समाज सुधार के लिए 22 बड़े संकल्प
उत्तर गुजरात में रहने वाली अंजाणा चौधरी समुदाय के लोगों ने दाढ़ी रखने को लेकर बड़ा फरमान जारी किया है. समाज के फरमान के मुताबिक अगर कोई युवक फैशनेबल दाढ़ी रखता है तो उस पर 51 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.

उत्तर गुजरात में रहने वाली अंजाणा चौधरी समुदाय के लोगों ने दाढ़ी रखने को लेकर बड़ा फरमान जारी किया है. समाज के फरमान के मुताबिक अगर कोई युवक फैशनेबल दाढ़ी रखता है तो उस पर 51 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. आपको बता दें कि अंजाणा चौधरी समाज ने बनासकांठा के धनेरा में एक बैठक में सामाजिक सुधार के लिए कुल 22 घोषणाएं की हैं. इनमें फैशनेबल दाढ़ी पर बैन का नियम भी शामिल है।

डीजे और पार्टी कल्चर पर प्रतिबंध

बता दें कि अंजाणा समाज उत्तर गुजरात में काफी मजबूत है। समाज के नेताओं का कहना है कि ये बड़ी घोषणाएं समाज सुधार के लिए जरूरी हैं. घोषणा के मुताबिक अंजाणा समाज ने शादियों में होने वाले खर्च को कम करने के लिए डीजे और पार्टी कल्चर पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है.

अंजाणा समाज के 54 गांवों के लिए नियम लागू

यह घोषणा उत्तर गुजरात के क्षेत्र में रहने वाले अंजाणा समाज के 54 गांवों के लिए लागू की गई है। समाज के अग्रणी लोगों का कहना है कि इससे सामाजिक परिवर्तन आएगा। इसमें युवक को फैशनेबल दाढ़ी नहीं रखने का आदेश दिया गया है। पालन न करने पर 51 हजार रुपये जुर्माना वसूलने का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा अंजाणा चौधरी समाज ने घोषणा में कहा कि शादियों के निमंत्रण कार्ड साधारण होने चाहिए। शादियों में पटाखे नहीं फोड़ने चाहिए। शादियों में खाने को पौष्टिक बनाने को कहा गया है। इतना ही नहीं, भोज को परोसने के लिए स्थानीय युवा होने चाहिए। बाहर से लोगों को किराए पर नहीं बुलाया जाना चाहिए।

फिक्स की गई गोद भराई राशि

इसके अलावा अंजाणा चौधरी समाज ने बेटियों की गोद भराई में 51 हजार रुपये से अधिक न देने की बात कही है. शादियों में डीजे पर प्रतिबंध के साथ मेहमानों और रिश्तेदारों को शाल, पगड़ी पहनाकर स्वागत करने को कहा गया है. इसके अलावा मौत की स्थिति में बहनों से होने वाले आर्थिक लेन-देन पर रोक लगा दी गई है. समाज की तरफ से कहा गया है कि घर के किसी भी सदस्य की मौत पर ज्यादा तामझाम नहीं करना चाहिए. इसकी जगह एक छोटा सा कार्यक्रम किया जाए। यह निर्देश दिया गया है कि मरने के बाद दीया जलाने के लिए भी सभी रिश्तेदारों को बुलाना जरूरी नहीं है।

Advertisment
सम्बंधित ख़बरें
Copyright © 2022-23 . Bharat24 All rights reserved