Adenovirus: कोरोना से भी खतरनाक है ये वायरस, अब तक 12 बच्चों की हुई मौत, कैसे करें बचाव ?

    एडिनो वायरस भी कोरोना की तरह एक वायरल बीमारी है, इसलिए इसका संक्रमण किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से हो सकता है.

    Adenovirus: कोरोना का एक और भाई दुनिया में एन्ट्री कर चुका है. ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना की तरह अब ये वायरस भी कहर मचायेगा.  बता दें कि इस वायरस का नाम एडिनो वायरस (Adenovirus) है. अब सवाल ये उठता है कि ये वायरस कैसे फैलता है,  इसके लक्षण क्या है और इससे बचने के लिए हम क्या कर सकते हैं ?

    कैसे फैलता है एडिनो वायरस ? 

    जानकारी के अनुसार, एडिनो वायरस भी कोरोना की तरह एक वायरल बीमारी है, इसलिए इसका संक्रमण किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से हो सकता है. ये  कोरोना वायरस की तरह हवा के जरिए यानी खांसने या छींकने से भी फैलता है. अगर कहीं सतह पर एडिनो वायरस मौजूद है और उसे कोई छूता है या उसके संपर्क में आता है तो वो व्यक्ति भी वायरस से इन्फेक्टेड हो सकता है. लेकिन सावधानी से एडिनो  वायरस को हराया जा सकता हैं .

    एडिनो वायरस के लक्षण

    विशेषज्ञों के अनुसार, जब कोई एडिनो वायरस से संक्रमित होता है, तो ठंड या फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इसके अलावा, बुखार, शुष्क गले, तीव्र ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याएं भी एडिनो के कारण होती हैं. इस वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति में निमोनिया, आंखें लाल, दस्त, उल्टी और पेट में दर्द जैसी शिकायतें भी होती हैं. मूत्राशय के संक्रमण का भी खतरा भी रहता है.

    भारत में कितने मामले ?

    सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में एडिनोवायरस की वजह से अब तक 12 बच्चों की मौत हो चुकी है. इनमें से आठ ऐसे थे, जो पहले से किसी न किसी बीमारी से जूझ रहे थे. हालांकि, प्रशासन ने पिछले 24 घंटों में हुई मौतों को एडिनोवायरस डेथ नहीं माना है. उनका कहना है कि इस मौसम में ये संक्रमण (एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन) आम है. लेकिन इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी. सरकार ने एक इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर- 1800-313444-222 भी जारी किया है. 

    वायरस से बचनें के उपाय

    इस वायरस से बचने के लिए, आपको थोड़ी-थोड़ी देर में साबुन से हाथ धोना होगा. इसके अलावा बार -बार आंख, नाक और मुंह को छूने से बचना होगा. घर और बाहर मास्क का उपयोग करें. डॉक्टरों का इस वायरस के बारे में कहना है कि, इसकी कोई विशेष दवा या उपचार नहीं है. ज्यादातर, एडिनो वायरस संक्रमण हल्के लक्षण दिखाते हैं और वे दर्द या बुखार की दवा के साथ ठीक होते हैं. तो अगर ऐसे लक्षण हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.