रूस-युक्रेन युद्ध के बाद विश्व युद्ध के कयास लगाए जाने लगे लेकिन मामला दो देशों तक ही सिमट कर रहा. हालांकि इस युद्ध के बाद दुनिया भर के देशों में आपसी अलगाव बढ़ गया. इसके पीछे की वजह थी कि कोई रूस का समर्थक है तो कोई युक्रेन का. इनसब के बीच एक नए जंग की शुरूआत हो चुकी है. अब दो देश अजरबैजान और आर्मेनिया एक दूसरे के खिलाफ एक बार फिर से युद्ध के मैदान में उतर गए हैं. दोनों देशों के बीच काफी लंबे समय से तनाव चल रहा था जो आज युद्ध के मुहाने तक पहुंच गया.
काराबाख को लेकर है झगड़ा
अंतराष्ट्रीय स्तर पर काराबाख को अजरबैजान के हिस्से के रूप में मान्यता मिली हुई है लेकिन उस जगह पर आर्मेनिया के लोगों की आबादी अधिक है. जिसे लेकर दोनों देशों के बीच विवाद मचा हुआ है. 1991 में नागोर्नो-काराबाख के लोगों ने अपने इलाके को स्वतंत्र घोषित कर दिया फिर बाद में खुद को अर्मेनिया का हिस्सा बताने लगे. इसी विवाद को लेकर अक्सर दोनों देशों के बीच झड़प होती रहती है.
इसके पहले भी लड़ चुके हैं दोनों देश
ये कोई पहली बार नहीं है जब दोनों देश खुलकर युद्ध लड़ रहे हैं. इसके पहले भी दोनों देशों के बीच जंग हो चुकी है. पहली जंग सोवियत संघ के पतन के बाद 1990 के दशक में हुआ था. फिर दूसरी जंग 2020 में दोनों देशों के बीच युद्ध लड़ा गया था. इसके अलावा भी दोनों देशों ने कई मौकों पर गोलाबारी करने का आरोप लगाए थे. उस वक्त आर्मेनिया ने यह दावा किया था कि अजरबैजान की सेना रूसी स्टाइल में आक्रमण की तैयारी कर रही है.