छत्तीसगढ़ के बस्तर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां नारायणपुरा के अंतर्गत आने वाले करीब 14 गांवों के 60 ईसाई परिवारों ने हमले का आरोप लगाते हुए अपने क्षेत्र के एक स्टेडियम में शरण ली है. इन परिवारों की ओर से आरोप लगाया गया कि उनपर सुनियोजित तरीके से हमले किए जा रहे हैं और ईसाई धर्म अपनाने पर उन्हें घरों से निकाल दिया गया. अपने घरों से दूर रह रहे इन पीड़ितों ने नारायणपुर कलेक्ट्रेट के सामने धरना भी दिया.
नारायणपुर के स्टेडियम में रह रहे लोग
बस्तर के आदिवासी क्षेत्र में आने वाले नारायणपुर के इन लोगों ने धर्मांतरण के बाद क्रिश्चिन धर्म अपना लिया था, महिलाओं और बच्चे समेत करीब 100 लोग नारायणपुर के एक स्टेडियम में रह रहे हैं. इन सभी की स्वयंसेवकों की ओर से खाने-पीने की मदद की जा रही है.
राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया
छत्तीसगढ़ किश्चियन फोरम ने पीड़ितों की मदद की मांग के साथ उच्चस्तरीय कमेटी बनाने और इसके प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल अनुसुइया उइके को ज्ञापन भी सौंपा.
ईसाई परिवारों की होगी मदद- प्रशासन
ईसाई समुदाय की ओर से प्रशासन को 26 आरोपियों के नाम दिए गए हैं. जिसपर प्रतिक्रियाएं देते हुए प्रशासन की ओर से इस पूरे मामले को लेकर कहा गया कि ईसाई परिवारों की मदद करते हुए मामले में कार्रवाई की जाएगी.