Bihar के मुजफ्फरपुर में बच्चे के इलाज के दौरान डॉक्टर ने पैर में टांका लगाकर छोड़ी सुई और कर दिया प्लास्टर

    डॉक्टर ने एक घायल हुए बच्चे की ड्रेसिंग के दौरान टांका लगाने वाली सुई बच्चे के पैर में ही छोड़ दी और उसी के ऊपर से प्लास्टर कर दिया.

    बीते माह मुजफ्फरपुर जिले के एक सरकारी स्कूल में कई छात्र पीपल का पेड़ गिर जाने से घायल हो गए थे. आनन फानन में घायल बच्चों को इलाज के लिए SKMCH में भर्ती करवाया गया था. इस दौरान डॉक्टर ने एक घायल हुए बच्चे की ड्रेसिंग के दौरान टांका लगाने वाली सुई बच्चे के पैर में ही छोड़ दी और उसी के ऊपर से प्लास्टर कर दिया. इससे बच्चे की स्थिति काफी बिगड़ गई. सही समय रहते सुई का पता चल जाने से बच्चे के पैर कटने से बच गया.

    स्कूल में पेड़ गिरने से घायल हुए थे छात्र

    दरअसल, मुजफ्फरपुर जिले के मोथहामल प्राथमिक विद्यालय में स्थित एक पेड़ की डाल बच्चो के ऊपर गिर गई. जिससे 7 बच्चे घायल हो गए थे वहीं एक बच्चा गंभीर रुप से घायल हो गया था. घायल बच्चों का इलाज S.K.M.C.H. मे करवाया गया जहां इलाज के दौरान डॉक्टर ने बच्चे के पैर के भीतर ही निडिल छोड़कर ड्रेसिंग कर दी. जिसके बाद उस बच्चे की हालत और बिगड़ गई. जिसके बाद परिजनों ने बेहतर इलाज के लिए उसे P.M.C.H. ले जाया गया, जहां जांच के दौरान पता चला कि पैर के अंदर निडिल होने के कारण बच्चे के पैर में इन्फेक्शन फैल गया है. इसके बाद परिजन उसे बेहतर इलाज के लिए ग्रामीणों के सहयोग से शहर के एक निजी अस्पताल मे भर्ती करवाया, जहां उसका इलाज चल रहा है.

    एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज में कराया था इलाज

    घायल बच्चे के पिता का कहना है कि स्कूल की घटना के बाद लेकर बच्चे का इलाज एसकेएमसीएच मेडिकल कॉलेज में करवाया गया और घर लेकर चले गए. बाद में दर्द होने पर ही दूसरे जगह इलाज कराया तो पता चला की पैर में निडिल को छोड़ दिया गया है, जिसको लेकर अब इलाज करके हटा दिया गया है, जिससे बच्चे के पैर काटने से बचा लिया गया.

    लिखित में नहीं मिली कोई शिकायत

    वहीं, इस पूरे मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ ज्ञान शंकर ने बताया है कि मामला संज्ञान में आया है कि एक बच्चे के ऑपरेशन के दौरान में  बच्चे के पैर में स्टिच के दौरान निडिल छोड़ी गई है. हालांकि अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है. अगर शिकायत मिलती है, तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी. 

    रिपोर्ट-  विशाल कुमार