जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगा न्याय, सपा प्रतिनिधिमंडल ने आजम के पक्ष में लिया ये बड़ा फैसला

    ज्ञापन में आगे कहा गया कि आजम खां के खिलाफ फर्जी मुकदमे और तथाकथित हेट स्पीच के लिए तीन साल की सजा के कुछ ही समय बाद उनकी विधान सभा की सदस्यता समाप्त कर दी गयी. उनके वोट देने का अधिकार छीन लिया गया.

    समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान बीते दिनों से सुर्खियों में हैं. शनिवार को एसपी के प्रतिनिधिमंडल ने आजम खान को लेकर रामपुर के जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. प्रतिनिधिमंडल के राष्ट्रीय महासचिव ने आजम खान और उनके परिवार के खिलाफ झूठे, फर्जी मामले और दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. ज्ञापन में सपा प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि आजम खान पर झूठे आरोप व फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं. इनके आधार पर आजम, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को लंबे समय तक जेल में रखा गया. तीनों को कोर्ट से जमानत मिलनी थी.

    हेट स्पीच मामले में तीन साल की मिली थी सजा 

    ज्ञापन में आगे कहा गया कि आजम खां के खिलाफ फर्जी मुकदमे और तथाकथित हेट स्पीच के लिए तीन साल की सजा के कुछ ही समय बाद उनकी विधान सभा की सदस्यता समाप्त कर दी गयी. उनके वोट देने का अधिकार छीन लिया गया. उनकी रामपुर सदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ था, जबकि दो दिन पहले 24 मई 2023 को रामपुर के सांसद/विधायक सत्र न्यायालय ने आजम को हेटस्पीच मामले में बरी कर दिया था. 2019 में इस मामले में एफआईआर लिखने वाले अधिकारी ने कोर्ट में बताया कि उनसे जबरन एफआईआर लिखवाई गई थी. बरी होने के बाद पुलिस और प्रशासन ने अधिवक्ताओं और गवाहों को उनके घरों से उठाया.

    ज्ञापन में कहीं ये बड़ी बातें

    ज्ञापन में आगे कहा गया कि सपा के बढ़ते जनाधार से डरकर भाजपा सरकार ऐसा कर रही है. उनका इरादा पार्टी को कमजोर करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को बदनाम और अपमानित करना है. उनके खिलाफ झूठे और फर्जी मामले दर्ज कर उन्हें परेशान करना. ज्ञापन में कहा गया है कि भाजपा सरकार के अलोकतांत्रिक व्यवहार से संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इसलिए मांग की गई है कि डीएम हस्तक्षेप करें और आजम खान व उनके परिजनों व समर्थकों पर हो रहे अत्याचार व अवैध कार्रवाई पर रोक लगाएं.

    सपा के प्रतिनिधिमंडल में सांसद शफीकुर्रहमान बुर्के, सांसद स्टीहसन, राज्यसभा सांसद जावेद अली, महबूब अली विधायक/पूर्व मंत्री, इकबाल महमूद विधायक/पूर्व मंत्री, जावेद आब्दी पूर्व मंत्री, कमाल अख्तर विधायक/पूर्व मंत्री, नवाब जन विधायक, फहीम इरफान शामिल थे. विधायक सपा के कई नेता शामिल थे.