Kisan Mahapanchayat Lucknow: नई दिल्ली में संसद का विशेष सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। पांच दिवसीय (18-22 सितंबर) सत्र के दौरान कई बिल पेश होने की बात कही जा रही है. उधर, इस बीच उत्तर प्रदेश राजधानी लखनऊ में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait, National Spokesperson of Indian Farmers Union) भी एक्टिव हो गए हैं.
भाजपा सरकार ने नहीं पूरा किया अपना वादा
वह सोमवार को लखनऊ के इको गार्डन में किसानों की महापंचायत में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम यहां अपनी बात रखने आए हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने घोषणापत्र में कहा कि हम सत्ता में आएंगे तो मुफ्त बिजली देंगे, फिर उन्होंने कहा कि एक साल के लिए मुफ्त बिजली देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
किसानों को लूटा जा रहा
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आज जैसे नेताओं को ED का डर दिखाकर लूटा जा रहा है वैसे ही किसानों को बिजली के नाम पर लूटा जा रहा है. लोकतंत्र में भीड़तंत्र ही उसकी समस्या का समाधान है. किसानों की महापंचायत को लेकर उन्होंने कहा कि यह हमारा एक दिन का कार्यक्रम है.
अपने वादे पूरे करे सरकार
इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि महापंचायत को लेकर घोषणा की थी कि इस बार आर-पार की लड़ाई होगी। सरकार ने किसानों से जो वादे किए थे वो अभी तक पूरे नहीं हुए हैं.
गौरतलब है कि तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसान नेता राकेश टिकैत सक्रिय हुए थे. इसके बाद दिल्ली-यूपी बार्डर पर एक वर्ष तक बैठे.
यह अलग बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इन तीनों को रद करने का ऐलान किया था. अब राकेश टिकैत उसी लोकप्रियता को भुनाने में लगे हैं और किसानों के मुद्दे पर राजनीति करते रहते हैं.