बिहार में अलग-अलग जगहों पर हाईवे निर्माण का काम जोरों पर चल रहा है. हादसों की संभावना को कम करने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। दरभंगा फोरलेन हाईवे और बरौनी नेशनल हाईवे के 17 स्थानों पर ओवरब्रिज बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. इसके लिए 700 करोड़ का टेंडर भी तय हो चुका है। इन ओवरब्रिजों को 2025 तक तैयार करने की योजना है। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इसी साल जनवरी में मंजूरी दी थी।
जानकारी के मुताबिक, NHAI के अधिकारियों ने 60 से अधिक ऐसे स्पॉट चुने थे जो दुर्घटना संभावित थे। हाईवे के इन स्पॉट को ब्लैक स्पॉट कहा गया। NHAI ने इन बेहद खतरनाक ब्लैक स्पॉट्स पर हादसों से बचने के लिए ओवरब्रिज बनाने की मंजूरी दी थी। प्रदेश भर में कुल 18 स्थानों पर 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से ओवर ब्रिज निर्माण की स्वीकृति दी गयी.
इस परियोजना के तहत गोपालगंज से मुजफ्फरपुर (एनएच-27) तक 13 स्थानों पर ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा. इसमें यूपी सीमा से देवापुर-कोटवा खंड पर चार जगहों पर ओवर ब्रिज बनाए जाएंगे। बलथरी चेक पोस्ट से पहले और बलथरी चेक पोस्ट के बाद एक ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। चैनपट्टी और देवापुर में भी ओवरब्रिज बनाए जाएंगे।
छिन्नमस्तिका मंदिर खारिका के पास, कांटी थर्मल के पास और नेताजी चौक के पास भी ओवरब्रिज बनाया जायेगा. मुजफ्फरपुर एनएचएआई के परियोजना निदेशक के अनुसार मेहसी मुजफ्फरपुर खंड पर बनझुला चौक, बरजी बाजार मरके, काली मंदिर मोतीपुर, पंसलवा चौक, नरियार चौक पर ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा.