प्रयागराज, भारत24 डिजिटल डेस्क: देश में सख्त कानून लागू होने के बावजूद मुस्लिम महिलाएं ट्रिपल तलाक का दंश झेलने के लिए मजबूर हैं. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले का है. यहां पर शादी के 7वें दिन पति ने वाट्सऐप के जरिये पत्नी को तीन तलाक दे दिया. यह मामला उतराव थाना अंतर्गत आने वाले हसनपुर गांव का है. पिता इम्तियाज अहमद का आरोप है कि बीते 7 जनवरी को उनकी बेटी सानिया की शादी टेका नाका 628आसी नगर नागपुर महाराष्ट्र के रहने वाले सुऐब साथ हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद सुऐब के परिजनों द्वारा कार की मांग की गई. विदाई के बाद 14 जनवरी को जब सानिया अपने पति सुऐब से फोन पर बात कर रही थी तभी बातचीत के दौरान ही पति सुऐब ने फोन पर तलाक देने की बात कही, जिससे वह काफी घबरा गई.
व्हाट्सएप पर दिया तलाक
सुऐब द्वारा सानिया के मोबाइल फोन पर व्हाट्सऐप के जरिए मैसेज भेज कर तलाक दे दिया गया. जब सानिया के परिजनों ने सुऐब के परिजनों से इस मामले में बात की तो परिजनों ने कहा कि जो मेरे बेटे ने कह दिया वही होगा. पीड़ित सानिया के पिता ने पति समेत ससुराल वालों के खिलाफ उतराव थाने में लिखित तहरीर दी है, जिसके बाद थाना अध्यक्ष उतराव द्वारा कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया.
पहले दिन से ही बना रहे थे दबाव
जहां प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार द्वारा दहेज उत्पीड़न के मामले में भी काफी सख्ती बरती जा रही है, लेकिन इन दहेज लोभियों को इससे जरा भी फर्क नहीं पड़ रहा है. पीड़ित और पीड़ित का परिवार प्रदेश और केंद्र सरकार से न्याय की गुहार लगा रहा है. पीड़िता द्वारा यह भी बताया गया कि शादी के दिन से ही दहेज में कार लाने को लेकर तरह-तरह के ताने कसे जा रहे थे और उसके ऊपर दबाव बनाया जा रहा था कि वह अपने मायके वालों से कार की मांग करे.
रिपोर्ट: आलोक मालवीय