उत्तराखंड की पहली वाइल्ड लाइफ आर्ट गैलरी का शुभारंभ, सैलानियों को खूब भा रही कॉर्बेट की तस्वीरें

    विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क के अंतर्गत पड़ने वाला रिंगोड़ा गांव में उत्तराखंड की पहली वाइल्ड लाइफ गैलरी बनाया गया है। दीप रजवार कॉर्बेट के पहले वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर हैं, जिनकी खींची गई तस्वीरों से आर्टी गैलरी को सजाया गया है।

    उत्तराखंड, रिपोर्ट, कैलाश सुयाल, विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क के अंतर्गत पड़ने वाला रिंगोड़ा गांव में उत्तराखंड की पहली वाइल्ड लाइफ गैलरी बनाया गया है। दीप रजवार कॉर्बेट के पहले वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर हैं, जिनकी खींची गई तस्वीरों से आर्टी गैलरी को सजाया गया है। दीप राजवार के 10 सालों में खींची गई फोटो को इक्कठा कर गैलरी का शुभारंभ किया गया। 

    जान जोखिम में डाल कर खींची गई फोटो 

    फोटोग्राफर दीप राजवार को कई चुनिंदा फोटो खींचने के लिए नेशनल व इंटरनेशनल बुक्स भी सम्मानित कर चुका है। उनकी कई ऐसी फोटो हैं जो देश के साथ ही विदेशों में भी खूब नाम कमाया है। इनमें आसमान में मछली पकड़ कर उड़ते बाज की तस्वीर, बाघ का नदी पर कूदने की फ़ोटो, हाथी के लड़ने की फ़ोटो शामिल और कुछ ऐसी फोटो जिसमें बाघ दीप रजवार पर चार्ज करने को उतारू हो रहा हैं। ये सभी तस्वीरें ऐसी हैं जिनसे दीप राजवार को खासी पहचान मिली है। ऐसे तमाम फोटो को कॉर्बेट आने वाले पर्यटक काफी पसंद करते हैं। दीप राजवार द्वारा खींची गई सभी अद्भूत तस्वीरों को कॉर्बेट और उसके आसपास के जंगलों में आर्ट गैलरी के तौर पर लगाया है। 

    आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क के अंतर्गत पड़ने वाला रिंगोड़ा गांव में खुली उत्तराखंड की पहली वाइल्ड लाइफ गैलरी में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित फोटोग्राफर अनूप शाह भी आ चुके है।

    दीप रजवार कॉर्बेट के पहले वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर

    वहीं नेचर गाइड उर्मिला बेलवाल कहती है कि दीप रजवार कॉर्बेट के पहले वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर हैं। उर्मिला कहती हैं कि पार्क में आने वाले पर्यटकों को अगर पार्क में बाघ आदि के दीदार नहीं होते तो उन्हें आर्ट गैलरी में बाघों एवम वन्यजीवों के दीदार होने के साथ ही उससे जुड़ी विस्तृत जानकारी भी मिलती है। 

    पर्यावरण संरक्षण है आर्ट गैलरी का उद्देश्य

    वहीं कॉर्बेट क्षेत्र के पहले वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर दीप रजवार का कहना है कि आर्ट गैलरी का उद्देश्य उनको पर्यावरण संरक्षण और वन्य जीवों की जानकारी देना है, साथ ही उनके महत्व को बताना है।

    दीप रजवार ने कहा कि ये वाइल्डलाइफ आर्ट गैलरी खोलने का मकसद आने वाली पीढ़ी को वाइल्ड लाइफ और प्रकृति से रूबरू कराना है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण में उनकी भूमिका को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि, बाहर से आने वाले सैलानियों को वाइल्ड लाइफ के बारे में जानकारी देना भी उनका उद्देश्य है।

    दीप कहते हैं कि कई बार फोटो खींचने के दौरान उन्हें ऐसा लगा कि यह उनका अंतिम समय है, कई बार बाघ ने उन पर चार्ज करने की कोशिश भी की और कई बार हाथी के अटैक से बचे, साथ ही उन्होंने कहा कि आज उनको कई जगह सम्मानित किया जा चुका है और वह कहते हैं कि ऐसी फोटो का बाहर आना बिना रिस्क लिए संभव नहीं था।