Amritpal Singh Arrest Operation Live: पंजाब में अमृतपाल की धर-पकड़ को लेकर पुलिस राज्य के हर जिले में छापेमारी कर रही है। शनिवार दोपहर करीब 12 बजे से ही अमृतपाल और उसके साथियों को लेकर गिरफ्तारी की खबर चल रही थी लेकिन देर शाम पुलिस ने इन खबरों पर पूर्ण विराम लगा दिया है। पंजाब पुलिस के मुताबिक, अमृतपाल अभी भी पुलिस के हत्थे से बाहर है। हालांकि पुलिस ने अपनी कार्रवाई में अमृतपाल के 78 साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अमृतपाल अभी फरार है जिस कारण पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया है।
#OperationAmritpal : पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित किया...!
— Bharat 24 - Vision Of New India (@Bharat24Liv) March 18, 2023
Watch: https://t.co/BNhITuaUsa #AmritpalSingh #Bharat24Digital @poornima_mishra @PunjabPoliceInd @BhagwantMann pic.twitter.com/nYWCjy4wPq
एक जानकारी के मुताबिक तीन गाड़ियों के काफिले में जा रहे अमृतपाल सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है. पहले तो पुलिस ने दो वाहनों को पकड़ा, लेकिन अमृतपाल सिंह तीसरे वाहन में सवार होकर फरार होने में सफल रहा. इसके बाद पुलिस ने जगह-जगह नाकेबंदी कर अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया है। आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ अभद्र भाषा समेत तीन मामले दर्ज हैं, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की है.
इधर, एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने पंजाब में 12 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को आशंका है कि उसके समर्थक पंजाब का माहौल खराब कर सकते हैं. यही वजह है कि पूरे पंजाब में इंटरनेट सेवा को बंद कर दी गई है।
आपको बता दें कि पुलिस ने कुछ दिन पहले अमृतपाल सिंह के साथी गुरिंदर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की थी. गुरिंदर सिंह को तब गिरफ्तार किया गया जब वह देश छोड़ने वाला था। इससे पहले उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था। गुरिंदर सिंह गुरु रामदास एयरपोर्ट से लंदन भागने की फिराक में था।
अमृतपाल सिंह अमृतसर जिले के जल्लूपुर खेड़ा गांव का रहने वाला है. वो 2012 में काम के सिलसिले में दुबई (Dubai)गया था जहां वह ट्रांसपोर्ट बिजनेस का काम करने लगा . पिछले साल फरवरी में ही वहां से लौट आया था. अब वह खालिस्तानी समर्थक दीप सिद्धू के संगठन 'वारिस पंजाब दे' का मुखिया है. दीप सिद्धू की हाल ही में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. किसान आंदोलन के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के लिए भी उन्हें जिम्मेदार ठहराया गया था. ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन को पंजाबी अभिनेता संदीप सिंह उर्फ दीप सिद्धू ने सितंबर 2021 में बनाया था. दीप सिद्धू 26 जनवरी 2021 को लालकिले पर हुए उपद्रव के मामले में प्रमुख आरोपी था. इस संगठन का मकसद- युवाओं को सिख पंथ के रास्ते पर लाना और पंजाब को जगाना है. इस संगठन के एक मकसद पर विवाद भी है. वह है- पंजाब की 'आजादी' के लिए लड़ाई. सोशल मीडिया एक्टिविटी से पता चलता है कि अमृतपाल पिछले 5 सालों से सिखों से संबंधित मुद्दों पर मुखर होकर बोल रहा है. वह 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का भी हिस्सा बना, खासकर दीप सिद्धू से जुड़े आंदोलन का.