जैकी श्रॉफ अक्सर अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बात करते रहते हैं. हाल ही में एक सझात्कार के दौरान जैकी ने उस चॉल का जिक्र किया जहां उन्होंने अपने जीवन के 33 साल बिताए थे. एक्टर ने कहा कि वह जब भी उस चॉल में जाते हैं तो काफी इमोशनल हो जाते हैं.
चॉल मेरे दिल में बहुत खास रहेगा, मैं हमेशा वहां जाता हूं: जैकी
एक चैनल को दिए एक इंटरव्यू में जैकी श्रॉफ ने बताया कि वह आज भी अपने चॉल में जाते हैं क्योंकि उस जगह से उनकी कई भावनाएं जुड़ी हुई हैं. एक्टर ने बताया कि वह हाल ही में अपने चॉल में गए थे. वहां उन्होंने 89 साल की एक महिला का जन्मदिन मनाया और अपने पुराने दोस्तों और करीबियों से मुलाकात की. जैकी ने कहा- मैंने अपनी जिंदगी के 33 साल वहां बिताए हैं। यह चॉल मेरे दिल के लिए बहुत खास रहा है.'
क्या है गले में रुमाल या स्कार्फ पहनने की वजह?
बातचीत के दौरान जग्गू दादा से हमेशा हाथ और गले पर स्कार्फ पहनने को लेकर सवाल किया गया. इसके पीछे की वजह बताते हुए जैकी ने अपने अंदाज में कहा- बचपन में मैं हमेशा अपनी मां की साड़ी पकड़ता था, मुझे नहीं पता कि ऐसा करने से मुझे क्यों शांति मिलती थी.
जैकी ने आगे कहा- उनकी साड़ी पकड़कर मुझे मुलायम कपड़ों की आदत हो गई. शायद इसीलिए मुझे गले में स्कार्फ या रुमाल बांधने की आदत पड़ गई है. जैकी ने आगे बताया कि उन्हें बचपन से ही बंधनी प्रिंट पसंद है. उन्होंने इसका इस्तेमाल फिल्म रंगीला में भी किया था.
देव आनंद के फैन रहे हैं जैकी
जैकी ने बताया कि वह देव आनंद के बहुत बड़े प्रशंसक रहे हैं. बातचीत के दौरान अभिनेता ने अपनी फिल्म तीन देवियां के गाने 'कहीं बे ख्याल होकर' की कुछ पंक्तियां गुनगुनाईं.