डिब्रूगढ़ जेल में  राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने Khalistani अमृतपाल व 9 साथियों से की पूछताछ, टेरर फंडिंग की जांच शुरू

    जेल प्रशासन व असम पुलिस प्रशासन से अलग ले जा कर पूछताछ की गई थी. एजेंसी के सूत्र बताते हैं कि अमृतपास सहित, चाचा हरजीत सिंह व अमृतपाल के करीबी पपलप्रीत सहित 8 लोगों से एक के बाद एक पूछताछ की गई है.पपलप्रीत से एजेंसी को अहम बातें पता चली हैं.

    डिब्रूगढ़ जेल (असम) में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह से करीब दो घंटे पूछताछ की. खुद को वारिस पंजाब दे मुखिया बताने वाले अमृतपाल के लिंक पाक व कनाडा में बैठे आतंकियों से होने को लेकर ये पूछताछ की गई.

    राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) की जांच में पता चला था कि अमृतपाल को विदेशी आतंकी ताकतों द्वारा फंडिंग की जाती है. जिससे वह पंजाब सहित अन्य राज्यों में खालिस्तानी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था.डिब्रूगढ़ जेल पहुंचे एनएसए के अधिकारियों ने पंजाब के पुलिस अधिकारियों को साथ लेकर पूछताछ की. हालांकि मामले में एनएसए द्वारा कोई जानकारी साझा नहीं की गई है. 

    जल्द दोबारा होगी पूछताछ 

    बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) द्वारा अमृतपाल को लेकर कोई भी खुलासा नहीं किया गया है. अमृतपाल से राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) दोबारा पूछताछ कर सकती है, क्योंकि इस बार हुई पूछताछ में एनएसए ने सिर्फ फंडिंग को लेकर पूछताछ की थी. जिसके बाद टीमें रेड के लिए चली गई थी. सूत्रों की माने तो राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) जल्द दोबारा अमृतपाल से पूछताछ कर सकती है. 

    अकेले में हुई पूछताछ, नहीं शामिल हुआ को जेल अधिकारी 

    सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अमृतपाल को पूछताछ के लिए अलग ले जाया गया था. जहां जेल का कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था. एजेंसी के सूत्र बताते हैं कि अमृतपास सहित, चाचा हरजीत सिंह व अमृतपाल के करीबी पपलप्रीत सहित 8 लोगों से एक के बाद एक पूछताछ की गई थी. जहां कोई भी स्टेट पुलिस का अधिकारी नहीं मौजूद था. पपलप्रीत से एजेंसी को अहम बातें पता चली हैं. 

    एजेंसी की एडवाइजरी बोर्ड ने पहले अमृतपाल से की मुलाकात

    राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) के द्वारा पूछताछ किए जाने से पहले उनकी एडवाइजरी बोर्ड ने भी अमृतपाल से मुलाकात की थी. हालांकि उन्हें कुछ खास नहीं पता चल पाया था.

    बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NSA) की एडवाइजरी बोर्ट में अध्यक्ष हाईकोर्ट की रिटायर जस्टिस शाबिहुल हसनैन, बोर्ड के सदस्यों दिव्यांशु जैन, सुवीर सिओकंद व पंजाब पुलिस के आईजी राकेश अग्रवाल मौजूद थे. सभी 9 लोगों से बोर्ड ने ये पूछताछ की थी. एजेंसी मान कर चल रही है कि उक्त आरोपी विदेशी फंडिंग को टेरर एक्टिविटी में इस्तेमाल करते थे. 

    यह था मामला........

    जिक्रयोग है कि फरार होने के करीब 36 दिन बाद गिरफ्तार किए गए वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह को आतंकी जरनैल सिंह भिंडरांवाला के गांव रोडे में स्थित गुरुद्वारा से गिरफ्तार किया था. जिसके बाद अमृतपाल को अरेस्ट कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था.