Aamir Tambe Murder
नई दिल्ली: 2013 में कोट लखपत जेल में भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह (Sarabjit Singh) की हत्या के आरोपियों में से एक की आज हत्या कर दी गई. कई अज्ञात मोटर साइकिल चालक द्वारा उसपर गोली चलाई गई, जिसके बाद वो गंभीर रूप से घायल हो गया था.
जांच में जुटी पाकिस्तानी पुलिस
लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में हुए इस हमले में आमिर तांबा (Amir Tamba) गंभीर रूप से घायल हो गया. मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि तांबा को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया और भारी मात्रा में सुरक्षाबल घटना स्थल पर पहुंच गए. फिलहाल पुलिस ने हमलावरों की तलाश के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है.
गलती से पाकिस्तानी सीमा में चले गए थे सरबजीत
बता दें सरबजीत सिंह पंजाब के भिखीविंड शहर के एक किसान थे, जो भारत-पाकिस्तान सीमा के पास रहते थे और नशे में होने के कारण गलती से सीमा पार कर गए थे. हालांकि, उन्हें 1991 में पाकिस्तानी अदालत ने मौत की सज़ा सुनाई थी. सरबजीत सिंह को 22 साल तक लाहौर की कोट लखपत जेल में रखा गया था. लेकिन उसके बाद 2013 में जेल परिसर में उन पर उनके कैदियों ने उनकी पिटाई की और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. सरबजीत के सिर में गंभीर चोटों के कारण वो 5 दिनों तक कोमा में थे. बाद लाहौर के जिन्ना अस्पताल में उनको मृत घोषित कर दिया गया.
2018 में सभी आरोपों से बरी हो गया था आमिर तांबा
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2018 में, लाहौर जिला और सत्र न्यायालय ने सरबजीत सिंह की कैद के मामले में तांबा और सह-आरोपी मुदस्सर को सभी आरोपों से बरी कर दिया. अदालत ने तांबा और मुदस्सर को बरी करने का कारण सबूतों की कमी बताया था.
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