मस्जिद पर संकट! चीन सरकार का मुसलमानों को अल्टीमेटम, कहा- खैर चाहते हैं तो सरेंडर कर दें'

    स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके में अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय की बड़ी आबादी रहती है. जो अब मौजूदा परिस्थितियों और पुलिस की कार्रवाई से दबाव में हैं. शनिवार को पुलिस अधिकारियों ने लाठी-डंडों से भीड़ को मस्जिद से खदेड़ दिया.

    चीन के एक हिस्से में हजारों की संख्या में तैनात पुलिस और मुसलमानों के बीच तनावपूर्ण माहौल देखा जा रहा है. सरकार के आदेशों के बाद, पुलिस युन्नान प्रांत के नागु शहर स्थित निजयायिंग मस्जिद को गिराने के लिए आगे बढ़े थे. सरकार के आदेशों में निजयायिंग मस्जिद के चान मीनारों और गुंबद की छत को गिराने का आदेश दिया था. इसके बाद पुलिस बल आदेश पर एक्शन के लिए आगे बढ़े. इसी दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने विरोध किया. जिसके बाद पूरे इलाके में हिंसा भड़क गई है. हिंसा और झड़प के बाद चीन सरकार ने हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया है. बड़ी संख्या में मुसलमानों को गिरफ्तार किया गया है.

    पुलिस की कार्रवाई से दवाब में मुस्लिम समुदाय 

    स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके में अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय की बड़ी आबादी रहती है. जो अब मौजूदा परिस्थितियों और पुलिस की कार्रवाई से दबाव में हैं. शनिवार को पुलिस अधिकारियों ने लाठी-डंडों से भीड़ को मस्जिद से खदेड़ दिया. झड़प के कई वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए गए हैं.

    अनगिनत संख्या में गिरफ्तारियां

    वहीं, एक स्थानीय मुस्लिम महिला का कहना है कि पुलिसवाले सरकार के आदेश पर जबरन मस्जिद को गिराना चाहते हैं, इसलिए हम मुसलमान उन्हें रोकने गए. महिला ने कहा, 'अगर उन्होंने इसे गिराने की कोशिश की तो हम निश्चित तौर पर उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे.' दो अन्य लोगों ने बताया कि पुलिस ने इस घटना को लेकर अनगिनत संख्या में गिरफ्तारियां की हैं और सोमवार तक कई सौ अधिकारी शहर में थे. इस पूरी घटना से इलाके में तनाव काफी बढ़ गया है.

    आपराधिक कृत्यों को तुरंत बंद करने' का आदेश

    एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने मस्जिद पक्ष के लोगों को चेतावनी जारी कर छह जून से पहले सरेंडर करने को कहा है. अगर लोग समय से सरेंडर कर देते हैं तो उनके साथ नरमी बरती जाएगी. आपको बता दें कि इस समय पूरे इलाके में इंटरनेट की समस्या और कनेक्टिविटी की दिक्कतें देखने को मिल रही है. स्थानीय सरकार द्वारा रविवार को जारी एक नोटिस में कहा गया है कि इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है, जिसने "सामाजिक प्रबंधन और व्यवस्था को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है". नोटिस में लोगों को 'अवैध और आपराधिक कृत्यों को तुरंत बंद करने' का आदेश दिया गया है.