मोटापा पैरों के जोड़ों को कैसे करता है प्रभावित ? जानिए इसकी असली वजह

    आजकल, बहुत कम उम्र में ही हड्डियों से जुड़ी समस्याएं सामने आ रही हैं। जिसका कारण कहीं ना कहीं मोटापा हो सकता है। मोटापा हड्डियों, मांसपेशियों और जोड़ों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे पैर और एड़ी में भी दर्द होता है।

    हेल्थ डेस्क: आजकल लोग अपने वजन को लेकर काफी ज्यादा चिंता में रहते हैं और इसे कम करने के लिए कई तरह की कोशिश भी करते हैं। लेकिन इसके बावजूद भी वो सफल नहीं हो पाते। मोटापा एक ऐसी परेशानी (Obesity Problem) है जो दिल का दौरा, स्लीप एपनिया, लीवर की बीमारी, टाइप 2 डायबिटीज जैसी समस्या पैदा करती है। हालांकि बहुत कम लोग ये जानते हैं कि मोटापा हड्डियों, मांसपेशियों और जोड़ों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे पैर और एड़ी में भी दर्द होता है।

    शरीर का वजन ज्यादा बढ़ने (Weight Increase) से कूल्हों, घुटनों, एड़ी, निचले छोरों के जोड़ों पर दबाव पड़ता है। आजकल, बहुत कम उम्र में ही हड्डियों से जुड़ी समस्याएं सामने आ रही हैं। जिसका कारण कहीं ना कहीं मोटापा हो सकता है। आपकी हड्डियां जितना वजन उठा सकती है, अगर आपका वजन उससे ज्यादा है तो हड्डियां आपका वजन संभाल नहीं पाती और कमजोर हो जाती हैं। ऐसी स्थिती में अक्सर पोडियाट्रिस्ट (Podiatrist) के पास जाने की सलाह दी जाती है। पारस अस्पताल के मुख्य-संयुक्त प्रतिस्थापन सर्जरी और खेल चोट केंद्र के डॉ विवेक लोगानी (Dr Vivek Logani) ने बताया है कि पैरों का दर्द हमारे जोड़ों को कैसे प्रभावित करता है। 

    मोटापा का पैरों पर प्रभाव

    मोटापा एक ऐसी समस्या है जो हमारे जोड़ों में टूट-फूट का कारण बनता है। इससे ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis) की समस्या बढ़ जाती है, जो गठिया रोग के सबसे आम रूप में गिना जाता है। ऐसी स्थिती में लोगों को जोड़ों में दर्द के साथ-साथ हिलने-ढूलने में भी दिक्कत होती है। ऑस्टियोआर्थराइटिस हमारे जोड़ों के कार्टिलेज पर नकारात्मक प्रभाव डालती है और धीरे-धीरे कार्टिलेज टूटना शुरू हो जाता है। ऐसे लोग अपने पैरों पर अस्थिर हो जाते हैं। 

    बता दें कि मोटापे के कारण ज्यादा वजन बढ़ जाने से हड्डियों और मांसपेशियां एकजुट हो जाती हैं, जो टेंडन के रूप में जाना जाता है। ये टेंडन (Tendon) क्षति और सूजन के लिए प्रवण होते हैं जिन्हें टेंडिनाइटिस (Tendinitis) कहा जाता है।  ऐसी स्थिति में पूरी तरह से आराम करने के अलावा कोई ऑपशन नहीं बचता क्योंकि थोड़ा भी छू लिया जाएं तो वह दर्द को बढ़ाता है। यह किसी भी हड्डी या जॉइंट में हो सकता है इससे कलाई, बाहों, कोहनी, कंधे, घुटनों और एड़ियों में हल्की सूजन हो जाती है।

    रूटीन चेकअप को बनाएं जिंदगी का हिस्सा

    इसके लिए आप सबसे पहले अपनी बॉडी मास इंडेक्स (BMI) की गणना करें। अगर आपका बीएमआई 30 से ज्यादा है तो दिल का दौरा होने का खतरा बढ़ जाता है। अपने बीएमआई पर नजर रखने के लिए अपने शरीर के वजन को ठीक से जान लें। साथ ही अपना हार्ट रेट, बॉडी टेम्परेचर, ब्लड प्रेशर को चेक करते रहें। किसी भी स्थिति से पहले से निपटने के लिए ये सभी चीजें अपने रूटीन चेकअप का हिस्सा बना लें।

    एक्सरसाइज होगी फायदेमंद

    शरीर के लिए एक्सरसाइज (Daily Exercise) करना काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। लेकिन अगर आपके पैरों में कोई समस्या है तो, ऐसी स्थिति में बिना डॉक्टर की सलाह के वर्कआउट ना करें। क्योंकि वजन कम करने के लिए पैरों पर जोर पड़ता है और इससे समस्या ज्यादा बढ़ जाती है। इसके लिए धीरे चलना सबसे अच्छा सुझाव है। आप अपनी डाइट में भी बदलाव कर सकते हैं। तेल से तला हुआ खाना और जंग फूड से परहेज करें। मोटापे से बचने के लिए एक अच्छी डाइट और एक्सरसाइज बेस्ट ऑपशन है।