पवार ने एनसीपी अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, कहा था- ‘ रोटी पलटने का समय आ गया है...’

    पिछले हफ्ते पवार ने मुंबई में आयोजित युवा मंथन कार्यक्रम में रोटी पलटने की बात कही थी. पवार ने अपने बयानों कहा था- किसी ने मुझसे एक बात कही कि रोटी को सही समय पर पलटना चाहिए,

    एनसीपी अध्यक्ष शरद ने ऐलान किया है कि वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ रहे हैं. पवार ने ट्वीट कर कहा कि 'मैं एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं’. अब कोई और इस पद को संभाले. उन्होंने कहा कि मैंने कई सालों तक पार्टी की जिम्मेदारी संभाली है और अब पार्टी का नेतृत्व नहीं करना चाहता. जानकारी के मुताबिक वह राजनीति में सक्रिय रहेंगे, लेकिन पार्टी अध्यक्ष पद से रिटायर होना चाहते हैं.

    पीछले हफ्ते पवार ने कही थी ये बात

    वहीं, पिछले हफ्ते पवार ने मुंबई में आयोजित युवा मंथन कार्यक्रम में रोटी पलटने की बात कही थी. पवार ने अपने बयानों कहा- किसी ने मुझसे एक बात कही कि रोटी को सही समय पर पलटना चाहिए, अगर नहीं पलटी तो रोटी कड़वी हो जाती है. साथ ही उन्होंने कहा कि रोटी पलटने का सही समय आ गया है. इस संबंध में मैं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इस पर काम करने का आग्रह करूंगा.

    बेटी सुप्रिया सुले ने कही थीं ये बात

    शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने 17 अप्रैल को कहा था कि 15 दिन में महाराष्ट्र की राजनीति में दो बड़े विस्फोट होंगे. बयान के ठीक 16वें दिन यानी 2 मई को 12:45 बजे शरद पवार ने राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) का अध्यक्ष पद छोड़ने का ऐलान कर दिया, हालांकि अभी तक पवार ने इस्तीफा देने की वजह नहीं बताई है.

     उम्र को देखते हुए लिया गया फैसला - अजित पवार

    अजित पवार ने कहा, 'शरद पवार की उम्र को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. वो सभी कार्यक्रमों में मौजूद रहेंगे. अध्यक्स्ता नहीं करेंगे. इसका मतलब यह नहीं है कि वो पार्टी में नहीं हैं. आप भावुक ना हों, जो भी नया अध्यक्ष होगा, हम उसके साथ खड़े रहेंगे.'

    इस्तीफे में लिखा- आपके साथ आखिरी सांस तक रहूंगा

    शरद पवार ने इस्तीफे में लिखा, 'मेरे साथियो! मैं NCP के प्रेसिडेंट का पद छोड़ रहा हूं, लेकिन सामाजिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहा हूं. यह यात्रा मेरी जिंदगी का अटूट हिस्सा बन गया है. मैं पब्लिक मीटिंग और कार्यक्रमों में शामिल होता रहूंगा. मैं पुणे, बारामती, मुंबई, दिल्ली या भारत के किसी भी हिस्से में हूं, आप लोगों के लिए हमेशा की तरह उपलब्ध रहूंगा. लोगों की समस्याएं सुलझाने के लिए मैं हर वक्त काम करता रहूंगा. लोगों का प्यार और भरोसा मेरी सांसें हैं. जनता से मेरा कोई अलगाव नहीं हो रहा है. मैं आपके साथ था और आपके साथ आखिरी सांस तक रहूंगा. तो हम लोग मिलते रहेंगे. शुक्रिया।'

    1999 में बनाई थी NCP

    शरद पवार  ने साल 1999 में कांग्रेस से अलग होकर NCP बनाई थी. उसके बाद से ही वे पार्टी के अध्यक्ष थे. बता दें कि पवार के ऐलान के बाद से ही पार्टी कार्यकर्ता रोने लगे और उनसे फैसला वापस लेने की मांग करने लगे.