Sakshi Murder Case: दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में साक्षी नाम की लड़की की नृशंस हत्या कर दी गई. हत्यारे साहिल को सोमवार दोपहर यूपी के बुलंदशहर से गिरफ्तार किया गया है. हत्या का सीसीटीवी वीडियो पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस बीच साक्षी के परिवार से मिलने बीजेपी सांसद हंस राज हंस (Hansraj Hans) पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि मुझे पीएम मोदी और अमित शाह ने भेजा है. पीएम मोदी इस घटना के बारे में जानकर भावुक हो गए. बता दें कि हंसराज हंस दिल्ली के उत्तर पश्चिम इलाके से सांसद हैं.
परिवार के लिए विशेष इंतजाम करेंगे- सांसद हंसराज
साक्षी के परिजनों से मिलने के बाद सांसद हंसराज ने कहा कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने मुझे और बीजेपी नेता वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) जी को यहां भेजा है. हंसराज ने आगे कहा कि हम पुलिस से मिलकर इस परिवार के लिए विशेष इंतजाम करेंगे.
बच सकती थी साक्षी मगर सबका लहू एक साथ सर्द पड़ गया..
बता दें कि रविवार शाम दिल्ली के शाहबाद डेयरी (Shahbaad Dairy Murder) इलाके में साक्षी की हत्या सरेआम लोगों के बीच कर दी गई. हैरान करने वाली बात यह है कि जिस वक्त साक्षी दर्द से कराह रही थी और जिस वक्त दरिंदा इस घटना को अंजाम दे रहा था उस वक्त उस गली में लोग इस तरह आ-जा रहे थे मानो रोज वे ऐसी ही कोई घटना देखते रहे हों. आने-जाने वाले लोगों के लिए मानों ये नॉर्मल सी बात रही हो. लोगों में किसी ने भी बीच-बचाव की कोशिश नहीं की. मानों एक साथ सबका लहू सर्द पड़ गया हो. संवेदना मिट्टी में मिल गई हो. ताजा जानकारी के मुताबिक, हत्या के आरोपी साहिल पूत्र सरफराज को दो दिनों की पुलिस रिमांड में भेजा गया है.
कब तक बेटियों को इस तरह बेरहमी से मारा जाता रहेगा?
एक वीडियो जारी करते हुए कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) ने कहा, 'दिल्ली पुलिस ने शाहबाद डेयरी इलाके का जो वीडियो जारी किया है वह बेहद दर्दनाक है. साहिल कितनी बेरहमी से उस नाबालिग लड़की को मार डालता है. साहिल के पिता का नाम सरफराज है. जिसकी उसने हत्या की वह एक नाबालिग हिंदू बेटी है. चाकू से वार कर पत्थर से वार कर हत्या कर दी. कपिल मिश्रा ने कहा, 'गली-गली कितनी केरला स्टोरी (Kerala Story), कितनी? कब तक बेटियों को इस तरह बेरहमी से मारा जाता रहेगा?' बीजेपी नेता ने कहा कि दिल्ली में श्रद्धा के साथ भी ऐसा ही हुआ था, उसके हत्यारे को भी अब तक फांसी नहीं हुई है. वह अभी भी जिंदा है. अगर आज श्रद्धा के हत्यारे को फांसी होती तो किसी सरफराज के बेटे साहिल की हिम्मत नहीं होती. लेकिन ऐसा लगता है कि हमारे हर शहर, हर गली, हर मोहल्ले में केरला स्टोरी बन रही है.