राजनीतिक जानकार कहते हैं कि दिल्ली जाने का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर निकलता है. तात्पर्य यह कि यूपी में जीत का पर्चम लहराने के बाद दिल्ली में फतेह हासिल करना आसान हो जाता है. बुधवार को पूरे उत्तर प्रदेश में यूपी कैबिनेट में होने वाले फेरबदल की चर्चा जोरों पर थी.
सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देखरेख में होने वाली कैबिनेट में इसका फैसला लिए जाने की चर्चा है. मिली जानकारी के अनुसार 2024 में होने वाले चुनावों को देखते हुए सरकार वोटर्स को लुभाने के लिए ऐसा कर सकती है. सरकार कई नए व रसूकदार चेहरों को कैबिनेट में शामिल कर सकती है.
उत्तर प्रदेश में फिलहाल दो उप मुख्यमंत्री व करीब 52 मिनिस्टर हैं. केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक मौजूदा उप मुख्यमंत्री हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में करीब 60 मंत्री बनाए जा सके हैं. फिलहाल 52 विभागों के मंत्री लगाए गए हैं. 8 विभाग अभी खाली हैं. राजनीतिक एक्सपर्ट बताते हैं कि 2024 में वोटर्स को लुभाने के लिए सरकार इन आठ मंत्री पदों को भर सकती है और कई विभागों में फेरबदल भी हो सकती है.
सूत्रों के अनुसार नॉन परफॉर्मेंस कई मंत्रियों के सिर पर तलवार लटक रही है. क्योंकि जल्द योगी सरकार कई मंत्रियों को अपने पदों से हटा सकती है. योगी सरकार 2.0 की यह पहली कैबिनेट का विस्तार होगा. वहीं, नॉन परफॉर्मेंस मंत्रियों की जगह पर नए चेहरों को शामिल किया जाएगा. बता दें कि इससे पहले योगी मंत्रिमंडल 2.0 में करीब 24 नए मंत्री शामिल किए गए थे.