अवैध मदरसा गिराने के बाद हिंसा, 4 की मौत 300 घायल, दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश

    हल्द्वानी मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ पुलिस, इंटेलिजेंस के अन्य सीनियर ऑफिसर के साथ हालात की समीक्षा की. लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.

    अवैध मदरसा गिराने के बाद हिंसा, 4 की मौत 300 घायल, दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश

    उत्तराखंड में हल्द्वानी नगर निगम ने शहर में बने एक अवैध मदरसे को गुरुवार 8 फरवरी को बुलडोजर से गिरा दिया. यहां नमाज पढ़ने के लिए भी एक बिल्डिंग अवैध तरीके से बनाई जा रही थी, उसे भी गिरा दिया गया. इससे गुस्साए लोगों ने नगर निगम की टीम पर हमला कर दिया.

    उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने को चारों ओर से घेरकर पथराव किया. कई गाड़ियों को जला दिया. ट्रांसफार्मर में भी आग लगा दी, इससे इलाके में बिजली सप्लाई ठप हो गई. हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई, 300 पुलिसकर्मी-निगम कर्मचारी घायल हैं. DM वंदना सिंह ने वनभूलपुरा में कर्फ्यू लगा दिया है और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं. आज (9 फरवरी) स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे.

    पैरामिलिट्री की 4 और PAC की 2 कंपनियां तैनात

    सुरक्षा के लिहाज से पैरामिलिट्री की 4 और PAC की 2 कंपनियां तैनात की गई हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- अतिक्रमण कोर्ट के आदेश पर हटाया गया है. जिन लोगों ने हमला और आगजनी की है उनकी पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. हल्द्वानी के अलग-अलग क्षेत्रों में अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही कर रहे हैं. हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी अतिक्रमण की कार्रवाई हुई. अतिक्रमण हटाने के लिए जिलास्तर पर टास्कफोर्स गठित की गई हैं. सरकारी संपतियों की सुरक्षा के निर्देश दिए गए हैं.

    सुनवाई के लिए बनाई गई थी समिति

    बीते 15-20 में हल्द्वानी में चौराहों-सड़कों को चौड़ा करने के लिए कार्यवाही की गई. इसके लिए संबंधित लोगों को नोटिस दिए गए. सुनवाई के लिए एक समिति बनाई गई थी. समिति ने सभी को सुना और निस्तारण किया. कुछ लोग हाईकोर्ट भी गए. कोर्ट से कुछ लोगों को समय मिला, कुछ को नहीं मिला.

    अवैध कब्जे हटाने की कार्रवाई कोई आइसोलेटेड तरीके से नहीं की गई थी यानी किसी एक चीज को टारगेट नहीं किया गया था. हल्द्वानी में हम लंबे समय से सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने का प्रयास कर रहे थे.

    पूरी प्लानिंग से किया हमला 

    जब अवैध मदरसा हटाने की बात आई तो पता चला यहां छतों पर पत्थर जमा करके रखे थे. यानी ये साफ था कि जब अतिक्रमण हटाया जाएगा, तब उपद्रवी पत्थर बरसाएंगे. जब पुलिस टीम कब्जा हटाने पहुंची तो चारों तरफ से लोगों ने पथराव किया. प्लानिंग के साथ हमला किया गया, जबकि किसी को भी उकसाने की कोशिश नहीं हुई थी. अतिक्रमण हटाने के बाद अचानक भीड़ आई.

    मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव-DGP के साथ बैठक की

    इधर, हल्द्वानी मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक के साथ पुलिस, इंटेलिजेंस के अन्य सीनियर ऑफिसर के साथ हालात की समीक्षा की. लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश भी दिए.