करीब 18 दिन बाद मणिपुर के इंफाल में सोमवार को दोबारा हिंसा भड़क उठी. घटना में उपद्रवियों ने कई लोगों के घरों को जला दिया. सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा मणिपुर में दोबारा से सेना तैनात कर दी व इंफाल में पूर्ण रूप से कर्फ्यू लगा दिया गया है. वहीं, मौके से कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को इंफाल के न्यू लंबुलेन एरिया में उपद्रवियों ने सबसे पहले हिंसा शुरु की. आरोपियों ने सबसे पहले एरिया के कुछ खाली पड़े घरों को आग के हवाले कर दिया औऱ फिर सड़कों पर खड़ी कारों को टारगेट किया गया. हिंसा शुरु होते ही मणिपुर में सेना तैनात कर कर्फ्यू लगा दिया गया.
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को एक मार्केट में जगह को लेकर कुकी व मैतई समुदाय के कुछ लोग आपस में भिड़ गए. मामला इतना बढ़ गया कि दोनों एक दूसरे के घरों को टारगेट करना शुरु कर दिया. जैसे जैसे दोनों समुदायों के लोगों को पता चला, वैसे वैसे एरिया में तनाव बढ़ता गया.
मौके पर पहुंची पुलिस के हाथ से जब मामला निकल गया तो, एरिया पारा मिलिट्री फोर्स और सेना को सौंप दिया गया. बता दें कि हिंसा में अभी तक करीब दस हजार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. वहीं, इससे पहले ही सरकार द्वारा दंगाइयों को देखते ही गोली मारने की आर्डर हैं.
मिली जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने 17 मई को मामले में राज्य सरकार से सारे घटनाक्रम की स्टेटस रिपोर्ट मांगी थी. वहीं, आगे की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में गर्मियों की छुट्टियों के बाद होगी. सुप्रीम कोर्ट जुलाई माह में इसे लेकर सुनाई करेगी.