क्या है मोदी सरनेम जिसे लेकर राहुल गांधी को हुई सजा, किस राज्य में हैं इस समाज के लोग ?

    गुजरात में मोदी सरनेम का उपयोग मोढ कम्युनिटी (Modh Community) के लोग करते हैं. उत्तर गुजरात में मोढ शब्द मोढेरा सूर्य मंदिर से जुड़ा है और मोढ़ेश्वरी माता मोदी समुदाय की कुल देवी हैं.

    क्या है मोदी सरनेम जिसे लेकर राहुल गांधी को हुई सजा, किस राज्य में हैं इस समाज के लोग ?

    अहमदाबाद: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2019 में मोदी सरनेम को लेकर जो टिप्पणी की थी आखिरकार कोर्ट ने उसपर फैसला सुना दिया है. कोर्ट ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को आईपीसी के सेक्शन 500 के तहत दो साल की सजा सुनाई, हालांकि उन्हें जमानत भी मिल गई. यह पहला मौका है जिसमें राहुल गांधी दोषी करार दिए गए हैं और उन्हें सजा भी हुई है. बता दें कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान कर्नाटक के कोलार में कहा था कि 'सारे चोरों के नाम मोदी कैसे हैं'. इसके बाद उनके खिलाफ केस हुआ था.

    भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप

    राहुल गांधी के इस बयान के बाद पूरे मोदी समुदाय के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. तो आखिर मोदी शब्द का क्या मतलब और इस समुदाय के लोग क्या करते हैं ? ये लोग किस व्यवसाय से जुड़े हैं और क्या यह सरनेम (Modi Surname) किसी एक धर्म तक सीमित है? तो आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल नहीं है. मोदी कम्युनिटी संख्या में काफी छोटी है और इस सरनेम के लोग आरक्षित से लेकर सामान्य श्रेणी में आते हैं.

    ओबीसी में आते हैं मोढ कम्युनिटी के लोग 

    बता दें कि गुजरात में मोदी सरनेम का उपयोग मोढ कम्युनिटी (Modh Community) के लोग करते हैं. उत्तर गुजरात में मोढ शब्द मोढेरा सूर्य मंदिर से जुड़ा है और ऐसा कहा जाता है कि मोढ़ेश्वरी माता मोदी समुदाय की कुल देवी हैं. पीएम मोदी (PM Modi) के बारे में बात करें तो वे उत्तर गुजरात से ताल्लुक रखते हैं वे और इस एरिया में रहने वाले मूल मोढ समुदाय के लोग ओबीसी वर्ग में आते हैं. ऐसा कहा जाता है कि मोदी लोग पूर्व में समय में सरसों, सींग और दूसरी फसलों से तेल निकालने का कारोबार करते थे.

    'जनरलाइज नहीं किया जा सकता'

    गुजरात में वैष्णव समुदाय में कुछ लोग मोदी सरनेम का इस्तेमाल करते हैं. यह लोग सामान्य वर्ग की श्रेणी में आते हैं. इनका मुख्य काम व्यवसाय है. समाजशास्त्री डॉ. जयेश शाह कहते हैं कि मोदी सरनेम को जनरलाइज नहीं किया जा सकता है. गुजरात में मोदी सरनेम (Modi Community) लिखने वाले लोग ओबीसी में आते हैं. क्षेत्र वार उनके काम भी अलग-अलग रहे हैं. हालांकि मोढ कम्युनिटी के लोग शुरुआत से ओबीसी में है. शाह कहते हैं कि मोदी सरनेम का इस्तेमाल बनिया और वैष्णव समाज के लोग भी करते हैं.

    किस राज्य में हैं मोदी सरनेम के लोग ?

    एक अनुमान के अनुसर गुजरात में मोदी सरनेम के लोगों की संख्या 1 लाख से भी कम होगी. मोदी सरनेम हिंदू धर्म के बाद पारसी धर्म में भी मौजूद है. पारसी धर्म के लोग भी मोदी सरनेम लिखते हैं. टाटा स्टील के चेयरमैन रहे रूसी मोदी सरनेम लिखते रहे जबकि वे पारसी धर्म से आते थे।. उनका जन्म पारसी फैमिली में हुआ था. उपलब्ध ब्योरे के अनुसार मोदी सरनेम के लोग राजस्थान, गुजरात, बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, मध्यप्रदेश, झारखंड और कुछ लोग उत्तर प्रदेश में भी हैं.

    मोदी सरनेम वाली बड़ी हस्तियां

    देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा दो दर्जन से ज्यादा ऐसी हस्तियां हुई हैं जिनका सरनेम मोदी रहा. इसमें बी के मोदी, के के मोदी, ललित मोदी, रूसी मोदी, सुशील कुमार मोदी के नाम प्रमुख है. रूसी मोदी नाम के एक क्रिकेटर भी थे जिन्होंने भारत के लिए क्रिकेट भी खेला. वडनगर में जन्मे पीएम मोदी के मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री बनने के बाद इस सरनेम को ज्यादा जाना गया. इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को ही जाता है.