हरियाणा के भिवानी में 2 नरकंकाल मिलने से हड़कप मचा हुआ है . जो शव मिले हैं. उनकी पहचान जुनैद और नासिर (Junaid-Nasir Murder) नाम से हुई है. जिनके परिजनों ने FIR में हरियाणा के गौरक्षक मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर (Monu Manesar) का नाम भी दर्ज करवाया था. फिलहाल पुलिस मामले की तफ़्तीश कर रही है. लेकिन इस मामले में मोनू मानेसर ने वीडियो जारी कर खुद को निर्दोष बताया है. उसका कहना है कि उसे साजिश के तहत इस मामले में फंसाने के आरोप लगाया है.
अब बात करें पिछले कुछ सालों की तो साइबर सिटी और मेवात के कई इलाकों में गौ तस्करों ( cow-smugglers) और गौ रक्षकों (cow protector)के बीच मुठभेड़ के कई मामले सामने आए हैं. जिनमें एक नाम बहुत बार सामने आ चुका है. और वो है मोनु मानेसर का. कौन है मोनू मानेसर .जिसका नाम इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है. मोनू गुरुग्राम के मानेसर इलाके का रहने वाला है. जो बीते 10-12 साल से बजरंगदल से जुड़ा है. जानकारी के मुताबिक, मोनू ने 12वीं पास कर पॉलिटेक्निक में एडमिशन लिया . इसके साथ ही वह बजरंगदल (Bajrang Dal) से भी जुड़ गया था. बात करें पिछले 5 सालों की तो मोनू मानेसर सक्रिय रुप से गौ-तस्करों से मुठभेड़ में मुख्य चेहरे के तौर पर सामने आने लगा है.
मीडिया रिपोटस के मुताबिक, मोनू( Monu Manesar) का नेटवर्क इतना मजबूत है कि मेवात, रेवाड़ी, गुरुग्राम और आसपास के जिलों में गौ तस्करी से संबंधित किसी भी तरह की गतिविधि होने पर उसे सूचना मिल जाती है. हरियाणा के पानीपत, सोनीपत, गुड़गांव, रेवाड़ी, नूंह, पलवल, झज्जर सहित कई जिलों में फैले मुखबिरों के नेटवर्क के साथ-साथ बजरंग दल (Bajrang Dal) के कार्यकर्ता, टास्क फोर्स के साथ मिलकर काम करते हैं. इन्हें हरियाणा पुलिस (Haryana Police) का सहयोग मिलता है. अक्सर संदिग्ध मवेशियों को पकड़ा जाता है और तस्करों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया जाता है.
16 फरवरी को भिवानी के लोहारू से जली हुई बोलेरो में भरतपुर के दो युवकों के शव मिले थे. इन युवकों की पहचान जुनैद और नासिर के रूप में हुई है। दोनों राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले थे। मृतक के परिजनों ने अपनी शिकायत में कहा था कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भरतपुर से दोनों का अपहरण कर लिया था. पुलिस ने इस मामले में मोनू मानेसर समेत पांच अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।