मोरबी में मौत का जिम्मेदार कौन? देखिए खबरों का Analysis Ajay Kumar के साथ

    गुजरात के मोरबी में दर्दनाक हादसा हो गया इस हादसे में 134 लोगों की मौत हो गई, लेकिन मच्छु नदी के ऊपर बने पुल टूटने से 134 लोगों को बेमौत अपनी जान गंवानी पड़ी अब इसके लिए लिए जिम्मेदार कौन है?

    मिस्टर एनलाइजर में आज हम आपके लिए कई विषयों लेकर आए हैं, आज हम सबसे पहले सबसे पहले विश्लेषण करेंगे मोरबी में मौत का जिम्मेदार कौन ? उसके बाद हम बात करेंगे सियोल में जिंदगी का दुश्मन हैलोवीन और अंत में बात करेंगे भिड़ रही है वंदे भारत, खौफ में इंडियन रेलवे।

    गुजरात के मोरबी में 134 लोगों की मौत

    गुजरात के मोरबी में दर्दनाक हादसा हो गया इस हादसे में 134 लोगों की मौत हो गई, लेकिन मच्छु नदी के ऊपर बने पुल टूटने से 134 लोगों को बेमौत अपनी जान गंवानी पड़ी अब इसके लिए लिए जिम्मेदार कौन है। क्या वो लोग जो लोग जो पुल पर शरारत कर रहे थे, मोरबी की नगर पालिका, मोरबी का स्थानीय प्रशासन या पुल मरम्मत करने वाली कंपनी है। बता दें कि मोरबी का यह पुल गुजरात के राजकोट से 64 किलोमीटर दूरी पर बना हुआ है, विक्टोरियन लंदन स्टाइल में बने इस पुल को मोरबी के पूर्व शासक सर वाघजी ने बनवाया था। इसके लिए मटेरियल इंग्लैंड से मंगाया गया था। तब इसे यूरोप में उपलब्ध सबसे बेहतरीन तकनीक के जरिए बनाया गया था।

    साउथ कोरिया की राजधानी सियोल में हुआ बड़ा हादसा

    हैलोवीन इटावोन योंगसान में एक व्यस्त बार क्षेत्र है जो साउथ कोरिया की राजधानी सियोल में है, बता दें कि युवाओं में यह पार्टी बहुत लोकप्रिय है। हैलोवीन में सबसे ज्यादा भीड़ साल के अंतिम महीनों में वीकेंड पर होती है, हैलोवीन में ये पार्टी वीकेंड के दिन हुई थी, जिसमें इतना बड़ा हादसा हो गया। एक चश्मदीद ने बताया कि भीड़ इतनी ज्यादा थी कि हम मुड़ भी नहीं पा रहे थे अचानक कुछ लोगों ने चिल्लाना शुरू किया धक्का मारो, धक्का मारो फिर एक के ऊपर एक लोग गिरने लगे। मैं भी दब गई थी...सांस भी नहीं ले पा रही थी। हैलोवीन पार्टी में 1 लाख लोग मौजूद थे जो कि 3 साल बाद ये पार्टी ऑर्गेनाइज़ हो रही थी, यहां पर सेलिब्रीटी को देखने के चक्कर में भगदड़ मच गई और 4 फीट चौड़ी गली में 10 गुना भीड़ पहुंची जिसके कारण 50 लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो गई।

    वंदे भारत बनी हादसों का शिकार

    देश की सबसे तेज चलने वाली वंदेभारत ट्रेन लगातार हादसों का शिकार हो रही है, कभी मवेशियों से टक्कर जाती है, तो कभी तकनीकी खराबी आ जाती है, आए दिन वंदे भारत के पहिए थमते हुए नजर आ रहे हैं। 29 अक्टूबर को ये ट्रेन एक बार फिर मवेशी से टकरा गई। अक्टूबर में वंदेभारत अब तक तीन बार मवेशियों से टकराई हैऔर एक बार उसमें तकनीकी खराबी आई है..हाल ही में गुजरात के वलसाड़ में अतुल रेलवे स्टेशन के पास हादसा हुआ। जब मुंबई से गांधीनगर जा रही ट्रेन के सामने बैल आ गया..टक्कर से हमेशा की तरह वंदे भारत ट्रेन का आगे का हिस्सा टूट गया। हालांकि, कुछ देर रुकने के बाद ट्रेन फिर रवाना कर दी गई।