आस्था के केंद्र हरिद्वार में क्यों मचा है संग्राम, सुब्रह्मण्यम स्वामी के रडार पर धामी सरकार

    देवभूमि हरिद्वार से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां हर की पौड़ी कॉरिडॉर के निर्माण को लेकर विरोध किया जाने लगा है। धामी कैबिनेट ने हाल ही में काशी विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर हरिद्वार में हर की पौड़ी कोरिडोर विकसित करने की हरी झंडी दे दी है।

    UK NEWS:देवभूमि हरिद्वार से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां हर की पौड़ी कॉरिडॉर के निर्माण को लेकर विरोध किया जाने लगा है। धामी कैबिनेट ने हाल ही में काशी विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर हरिद्वार में हर की पौड़ी कोरिडोर विकसित करने की हरी झंडी दे दी है। लेकिन विरोध करने वालों का तर्क है कि हरिद्वार की भौगोलिक स्थिति कोरिडोर के अनुरूप नहीं है। लिहाजा निर्माण कार्य को रोक देना चाहिए। 

    सुब्रमण्यम स्वामी ने जताया विरोध

    बता दें कि पूर्व कानून मंत्री और भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने हरिद्वार में अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान हर की पैड़ी कॉरिडोर का विरोध किया है। विरोध किए जाने को लेकर उनका कहना है कि हरिद्वार में कोरिडोर की कोई जरूरत नहीं है. कॉरिडोर के बनने से हरिद्वार का प्राकृतिक और वास्तविक सौंदर्य समाप्त हो जाएगा, इसलिए सरकार को कोरिडोर नहीं बनाने पर विचार विमर्श करना चाहिए. 

    सुब्रह्मण्यम स्वामी ने आगे कहा कि इससे पहले काशी विश्वनाथ में कॉरिडोर निर्माण के दौरान कई मंदिरों और मठों को तोड़ा गया था. इसलिए हर की पैड़ी कॉरिडोर को लेकर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए।

    गंगा सभा के पूर्व अध्यक्ष ने भी उठाए विरोध के स्वर

    हरिद्वार कॉरिडोर निर्माण को लेकर सुब्रह्मण्यम स्वामी के बाद गंगा सभा के पूर्व अध्यक्ष राम कुमार मिश्रा ने भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर हरिद्वार में बनने वाले हर की पैड़ी कॉरिडोर के निर्माण पर पुनर्विचार करने के लिए भी कहा है . पूर्व अध्यक्ष ने कहा- केंद्र और राज्य सरकारें काशी विश्वनाथ की तर्ज पर हर की पैड़ी पर भी कॉरिडोर बनाने की योजना बना रही हैं, लेकिन  भौगोलिक स्थिति के आधार पर दोनों तीर्थ स्थानों की क्षेत्रीय स्थिति में काफी अंतर है।

    काशी विश्वनाथ मंदिर से अलग है हर की पौड़ी की स्थिति

    साथ ही उन्होंने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर तक जाने के लिए एक तरफ छोटी-छोटी गलियां ही थीं. इसके अलावा गंगा घाट से आने-जाने का कोई साधन नहीं था. लेकिन हर की पैड़ी पर मुख्य सड़क के अलावा भीमगोड़ा से कांगड़ा मंदिर, भव्य चौड़ा घाट पंतदीप, रोड़ी बेलवाला, गंगा तट से सीसीआर टॉवर तक श्रद्धालुओं के लिए पुल है. इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए और दबाव कम करने के लिए हर कुंभ में हर की पौड़ी पर अस्थाई लोहे के पुल बनाए जाते हैं।

    बता दें कि हरिद्वार में हर की पौड़ी कॉरिडोर बनाए जाने की योजना को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। कहा जा रहा है कि जल्दी ही कॉरिडोर निर्माण का काम शुरू हो सकता है. इस योजना से जुड़े अधिकारियों ने हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के लिए कवायद शुरू कर दी है. कुछ लोगों का मानना है कि सरकार की योजना अगर धरातल पर ठीक-ठीक तरीके से उतरी धर्म नगरी हरिद्वार का स्वरूप बदला हुआ नजर आएगा.