महागौरी की आराधना से मिलता है मनचाहा जीवनसाथी, ऐसे करें पूजा

    देवी महागौरी ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए घोर तपस्या की थी. देवी महागौरी की पूजा करने से व्यक्ति के विवाह में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं और उसे मनचाहा जीवनसाथी मिलता है.

    Chaitra Navratra 2023 : 29 मार्च को चैत्र नवरात्र की अष्टमी है. ऐसी मान्यता है कि अष्टमी तिथि पर जो भी सच्चे मन से मां महागौरी की पूजा करता है माता उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. कहा जाता है कि इस दिन जप, पूजा-पाठ करने से अनंत फल की प्राप्ति होती है. मां महागौरी को ममता की मूरत माना जाता है. माता रानी के इस स्वरूप की पूजा करने वाले भक्तों के सारे बिगड़े काम बन जाते हैं.

    महागौरी की पूजा से मनचाहा जीवनसाथी मिलता है

    ऐसा माना जाता है कि सती ने आत्मदाह के बाद पार्वती के रूप में दूसरा जन्म लिया.  पार्वती ने शिव को पति के रूप में पाने के लिए घोर तपस्या की.  घोर तपस्या के बाद भी जब शिव प्रकट नहीं हुए तो पार्वती अन्न-जल का त्याग कर शिव की आराधना करने लगीं.  तब पार्वती का शरीर अत्यंत काला और दुर्बल हो गया था. इसके बाद शिव ने पार्वती को गंगाजल से स्नान कराया, जिससे उनके शरीर की अशुद्धियां दूर हो गईं और वे अत्यंत कांतिवान हो गईं.  चूंकि देवी महागौरी ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए घोर तपस्या की थी.  देवी महागौरी की पूजा करने से व्यक्ति के विवाह में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं और उसे मनचाहा जीवनसाथी मिलता है.

    ऐसे करें मां महागौरी की पूजा

    इस दिन सुबह उठकर पूरे घर की साफ-सफाई करें.  इसके बाद मां दुर्गा की प्रतिमा का भिषेक करें और उन्हें सफेद वस्त्र पहनाएं.  हो सके तो खुद भी सफेद वस्त्र ही धारण करें, क्योंकि मां महागौरी को यह प्रिय है.  इसके बाद उन्हें सफेद और पीले फूल अर्पित करें. धूप-दीप, चंदन, सिंदूर, रोली और अक्षत भी अर्पित करें. इसके बाद देवी को हलवा, पूरी और खीर का भोग लगाएं. इसके बाद दुर्गा चालीसा का पाठ करें और मां महागौरी की आरती गाते हुए आरती करें.