दिल्ली में एक तरफ नए संसद भवन के उद्घाटन का कार्यक्रम चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुश्ती पहलवानों का प्रदर्शन हंगामेदार हो गया है. दरअसल, कुश्ती पहलवान और उनके साथी प्रदर्शनकारी नए संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन करने जा रहे थे. पहलवानों ने घोषणा की थी कि वे सरकार तक अपना संदेश पहुंचाने के लिए नई संसद के बाहर महापंचायत करेंगे. इसके लिए हरियाणा के कई इलाकों से भी किसान दिल्ली पहुंचने लगे, लेकिन उन्हें दिल्ली बॉर्डर पर ही रोक दिया गया. जबकि पहलवान जंतर-मंतर से संसद भवन की ओर बढ़ रहे थे, जिसके बाद रास्ते में ही पुलिसकर्मियों ने उनका विरोध किया. इस दौरान धक्का-मुक्की हुई. जिसके बाद पहलवान बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया है.
पहलवानों को हिरासत में लेने के बाद पुलिसकर्मियों ने धरना स्थल पर लगे टेंट को भी उखाड़ना शुरू कर दिया. इस बीच कहा जा रहा है कि किसान नेता राकेश टिकैत भी पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंच रहे हैं.
राकेश टिकैत यूपी-गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे,दिल्ली पुलिस ने नहीं दी जाने की अनुमति, किसानों की सभा को सम्भोधित करने पहुंचे,गाजीपुर बॉर्डर पर किसान धरने पर बैठे. - @RakeshTikaitBKU #पहलवान_देश_की_शान pic.twitter.com/OwDEbrrRvl
— DU JAT STUDENTS UNION (@du_jat) May 28, 2023
राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर की ओर कूच कर दिया है.
दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को हिरासत में ले लिया है. बताया जा रहा है कि किसानों को महापंचायत नहीं करने दी गई. वहीं पहलवानों का दावा है कि उन्होंने महापंचायत को लेकर पुलिस को पत्र लिखा था.
दिल्ली पुलिस ने धरना स्थल को खाली करा लिया है. हालांकि मीडिया को वहां जाने की इजाजत नहीं दी गई है. जबकि मेयर डॉ शैली ओबेरॉय ने आदेश जारी कर एमसीडी स्कूल कंझावला को अस्थाई जेल में तब्दील करने की अनुमति नहीं दी. पहलवानों की महिला महापंचायत को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एमसीडी स्कूल कंझावला को अस्थाई जेल में तब्दील करने की अनुमति मांगी थी.