Joshimath: उत्तराखंड के हिमालयी शहर जोशीमठ (Joshimath) में खतरा आए दिन बढ़ता ही जा रहा है. पिछले एक हफ्ते से इस प्राकृतिक आपदा को लेकर चिंता जाहिर की जा रही है और इससे बचने के उपाय किए जा रहे हैं. होटलों और घरों की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारे आ गईं हैं जो कभी भी गिर सकती हैं इसलिए हादसे से बचने के लिए धामी सरकार ने ऐसे होटलों और घरों को गिराने का आदेश दिया है.
#Uttarakhand : जोशीमठ में होटल के सामने लोगों का धरना....
— Bharat 24 - Vision Of New India (@Bharat24Liv) January 11, 2023
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रिपोर्ट के मुताबिक, जोशीमठ में अभी तक 700 से ज्यादा घरों में दरारें देखी गई हैं, वहीं, 86 घरों को असुरक्षित चिह्नित किया गया है. इसके अलावा, 100 से ज्यादा परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. अब प्रशासन खतरनाक इमारतों को गिराने जा रही है. लेकिन लोग धरना दे रहे हैं कि उन्हें मुआवजा दिया जाए. इस बीच बारिश की खबरों ने भी मुश्किल खड़ी कर दी है. अगर बारिश होगी तो जोशीमठ में मुसीबत और बढ़ सकती है.
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एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में अकेला जोशीमठ में ही संकट नहीं मंडरा रहा है, बल्कि इसी तरह की आपदा कई इलाकों में सामने आती दिख रही हैं. जोशीमठ की तरह ही पौड़ी, बागेश्वर, उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल और रुद्रप्रयाग का भी यही हाल हो सकता है. इन जिलों के लोगों को भी काफ डर सता रहा है.