नई संसद तैयार, मगर फीता काटने पर रार, 20 पार्टियां करेंगी बहिष्कार, 17 शामिल होने को तैयार

    सरकार ने उद्घाटन कार्यक्रम के लिए 28 मई की तारीख तय की है. इस दिन प्रधानमंत्री मोदी नए संसद के भवन का फीता काटेंगे. इसके बाद सेंगोल प्रक्रिया की जाएगी. सेंगोल को स्पीकर की कुर्सी के बगल में रखा जाएगा.

    नई संसद तैयार, मगर फीता काटने पर रार, 20 पार्टियां करेंगी बहिष्कार, 17 शामिल होने को तैयार

    नए संसद भवन (New Parliament Building) के उद्घाटन समारोह को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच घमासान मचा हुआ है. विपक्ष का कहना है कि उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए, लेकिन सत्ता पक्ष का मानना है कि सरकार के मुखिया पहले भी ऐसे कार्यक्रमों का उद्घाटन कर चुके हैं. ऐसे में इस बार पीएम उद्घाटन कर रहे हैं तो इसमें दिक्कत क्या है?

    सेंगोल को स्पीकर की कुर्सी के बगल में रखा जाएगा

    बता दें कि सरकार ने उद्घाटन कार्यक्रम (Parliament Innauguration ceremony) के लिए 28 मई की तारीख तय की है. इस दिन प्रधानमंत्री मोदी नए संसद के भवन का फीता काटेंगे. इसके बाद सेंगोल प्रक्रिया की जाएगी. सेंगोल को स्पीकर की कुर्सी के बगल में रखा जाएगा. इस पूरे समारोह में शामिल होने के लिए देश भर से राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है. लेकिन कांग्रेस समेत 20 पार्टियों ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार करने का फैसला किया है. 17 ऐसी पार्टियां हैं, जिन्होंने सरकार के इस न्योते को स्वीकार किया है. यानी 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह में बीजेपी समेत 17 पार्टियां हिस्सा लेंगी.

    सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल

    इस बीच सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर राष्ट्रपति को संसद भवन का उद्घाटन करने का निर्देश देने की मांग की गई है. याचिकाकर्ता का कहना है कि लोकसभा सचिवालय ने राष्ट्रपति को उद्घाटन के लिए न बुलाकर संविधान का उल्लंघन किया है.

    लोकतंत्र की आत्मा को संसद से हटा दिया गया- विपक्ष

    विपक्ष का कहना है कि प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नजरअंदाज कर इसका उद्घाटन करने का फैसला न सिर्फ गंभीर अपमान है, बल्कि यह लोकतंत्र पर सीधा वार है. बुधवार को विपक्षी दलों के साझा बयान में कहा गया है कि इस सरकार में लोकतंत्र की आत्मा को संसद से हटा दिया गया है. ऐसे में नया भवन बनाने का कोई मतलब नहीं है.

    ये पार्टियां करेंगी बहिष्कार हैं

    कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, DMK, आम आदमी पार्टी, शिवसेना (उद्धव गुट), समाजवादी पार्टी, RJD, CPI, JMM, केरल कांग्रेस (मणि), VCK, RLD, NCP, JDU, CPI(M), IUML, नेशनल कॉन्फ्रेंस , आरएसपी, एआईएमआईएम और एमडीएमके

    कार्यक्रम में ये पार्टियां होंगी शामिल

    भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), शिरोमणि अकाली दल, NPP, NDPP, SKM, JJP, RLJP, RP (अठावले), अपना दल (S), तमिल मनीला कांग्रेस, AIADMK, BJD, तेलुगु देशम पार्टी, YSR कांग्रेस, IMKMK और आजसू एमएनएफ