Election 2024: कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है. लोकसभा चुनाव को लेकर दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने बीजेपी के केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) को खुली चेतावनी दी है. दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने सिंधिया को चुनौती देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) के सामने गुना सीट से चुनाव लड़ने का आदेश देती है. तो वे इसके लिए तैयार हैं.
इस बयान के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पहली बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) के बीच चुनावी मुकाबला हो सकता है. दिग्विजय (Digvijay Singh) ने 2024 के लोकसभा चुनाव में गुना से सिंधिया के खिलाफ चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर ली है.
मंगलवार को दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा कि अगर पार्टी कहे तो वह इस महामुकाबले के लिए तैयार हैं. सिंह मप्र में पार्टी की कमजोर सीटों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के अपने राज्यव्यापी अभियान के तहत सिवनी के दौरे पर थे. मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. फिलहाल विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों पार्टियां जमकर सियासी पैंतरेबाजी कर रही हैं.
2018 में जब ज्योतिरादित्य (jyotiraditya scindia) के मुख्यमंत्री बनने की बारी आई तो दिग्विजय (Digvijay Singh) ने कमलनाथ का समर्थन किया. ज्योतिरादित्य (jyotiraditya scindia) ने सवा साल बाद कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए. 2024 में पहली बार दोनों के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है. राजा ने इस बात पर हामी भर दी, लेकिन अभी तक महाराज की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. राजा साहब बनाम महाराज... तो क्या 2024 में भी ऐसा ही रहेगा गुना युद्ध! हालाकि, पिछली बार दोनों नेताओ को हार का सामना करना पड़ा था.
दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) को 2019 में भोपाल से भाजपा की प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हराया था. गुना में भी सिंधिया (jyotiraditya scindia) को कृष्ण पाल सिंह यादव से हार का सामना करना पड़ा था. सिंधिया (jyotiraditya scindia) तब कांग्रेस में थे. सिंधिया गुना से चार बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. मार्च 2020 में, सिंधिया (jyotiraditya scindia) ने कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए. लेकिन अब सिंधिया बीजेपी में हैं, ऐसे में देखना होगा कि दोनों दिग्गज खिलाड़ी इस खेल में क्या रंग देखने वाले है.